Haryanvi Chutkule

Saturday, June 1, 2013 ·

एक बार की बात है ताऊ बस अड्डे पे खड़ा बस की बाट
देखन लाग रह्या था अर उसके धोरे एक
काणा छोरा खड़ा था अर इतने में उड़े एक छोरी आ
गी अर उस न देख के वो छोरा गाना गान लाग्या अर
ताऊ भी ध्यान ला के न उसके गाने न सुन्न लाग
रह्या था छोरा गाना गा था --
राफ्ता -राफ्ता देखो आँख मेरी लड़ी हैं
आंख जिस से लड़ी है ,पास वो मेरी खड़ी है
ताऊ भी एंडी था जद उसके गाने की लाइन समझ में आई
ते पहलया ते ठहाके मार के हासन लाग्या अर फेर गाने के
बोल सुन के ताऊ ते डटया नी गया अर बोल्या --
जुल्म तो देखो भाई यो आशिकी मै टूट रह्या है
किश्ता पे देखे है ,इसका सोला दीदा फुट रह्या ह

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