Harynavi Chutkule

Saturday, June 1, 2013 ·

आच्छी पुरानी बात है एक बे गाम में बरात जिमन लाग रि थी ,अर थोडा-थोडा अँधेरा था और जिमानिया ( खाना परोसने वाला ) में एक ताऊ था... बेचारे ने कम दिखा करता पर ताऊ पुरे जोश में लाग रह्या था-- लाडू --जलेबी -- पूरी -- साग...
साग का नाम सुन क न एक गंजे बराती न रुका मारा - ताऊ थोडा सा साग घाल दे..
ताऊ गया..अँधेरा ते हो ऐ रहा था अर उपर ते दिखे भी कम ,ताऊ न भरा साग का चमचा अर गंजे क सर पे घाल दिया
गंजा चिल्लाया - फूक दिया र -फूक दिया र ,ताऊ के कर रहा स
ताऊ बोल्या - भाई जब प्लेट न इतनी उपर क्यों ठा रा था

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