Haryanvi Chutkule

Saturday, June 1, 2013 ·

एक बे फत्ते ने आपनी घर आली रज्जो क करड़े मार दिए आर वा रूस के आपने पीहर चाली गई । इब्ब सांझ होई ते फत्ते ने होई मुस्किल ,बालक कुण संभाले ? रोटी-टूका कुण करे ? घर बेहाल होग्या । फत्ते ने सोची अक क्युकरे ना क्यूकर मना के ल्याणी पड़ेगी । जिब्बे उहने आपणी घर आली आंदी होई दिखी । फत्ते राजी होग्या अक माड़ी सी धमका के ने छोड़ दयुन्गा ,मेरी इज्ज़त रह्जागी ।
फत्ते ---- (माडा सा नकली छोह दिखा के ने ) इब्ब के करण आगि तू ?
रज्जो -- में ते आपणा चार्जर भूल गी थी पतली पिन का , वो लेण आई सूं ।

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